धन-वैभव से दमका महालक्ष्मी का दरबार, आज से होंगे दर्शन

शहर के माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर पर धन-वैभव से सजावट हो चुकी है, हालांकि इस बार प्रशासन की निगरानी के चलते मंदिर में सजावट, श्रृंगार के लिए नगदी, आभूषण कम आए हैं। नगदी व आभूषण का आंकड़ा 50 लाख से नीचे है जो कि पिछली बार से आधे से भी कम है। 25 अक्टूबर धनतेरस पर सुबह 4.30 बजे से आरती के साथ आमजन महालक्ष्मी के इस खजाने व विशेष श्रृंगार के दर्शन श्रद्धालु कर पाएंगे। शहर के मुख्य बाजार में महालक्ष्मी मंदिर काफी पुराना है। मंदिर में सजावट का क्रम पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है। मंदिर की सजावट के लिए शहर के अलावा अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में भक्त नगदी लेकर आते हैं। पांच दिवसीय दीपावली पर्व पर सजावट के बाद सभी को उनकी राशि लौटाई जाती है। मान्यता है कि मंदिर में सजावट के लिए नगदी देने के बाद यह राशि घर की तिजोरी में रखने से समृद्धि आती है